दोस्तों, इस ब्लॉग में हम जानेगे की साईबर सिक्योरिटी फील्ड में कॅरियर कैसे बना सकते हैं? तथा इसमें कौन-कौन सी जानकारी एवं टेक्नोलॉजी काम आऐगी. हमारें दैनिक जीवन में इंटरनेट का प्रयोग बहुत ज्यादा होने लाग हैं. जिससे साईबर क्राइम बढ़ रहे है. वर्तमान समय ऐसा है कि, लोगों के असल दुनिया में जितने दोस्त नहीं होते है,उतने सोशाल मीडि़या पर होते हैं. इंटरनेट के माध्यम से होने वाले क्राइम को रोकने के लिए साईबर सिक्योरिटी की शुरूवात हुई है. सरल शब्दों में कहे तो, चोर को पकाड़ने के लिए पुलिस की आवश्यकता होती है, वैसे ही साईबर क्रीमिनल्स को पकड़ने (ट्रेक) करने के लिए साईबर सिक्योरिटी इंफ्लूएंसर या प्रोफेशनल्स की आवश्यकता होती हैं.
हमारी जिंदगी में इंटरनेट की दखल बढ़ रहा है, वैसे-वैसे साइबर क्राइम की रफतार भी बढ़ रही है. आपने न्यूज पेपर और टीवी जरूर सुना होगा की, किसे के खाते से पैसे निकल गऐ,किसी कंपनी पर डेटा बेचने के आरोप लगे, यह घटनाऐं साईबर क्राइम और साईबर सिक्योरिटी की फील्ड में आती हैं. साइबर क्राइम में ब्लैकमलिंग, डेबिट-क्रेडिट कार्ड चोरी,डेटा चोरी फ्रॉड, स्टॉकिंग,कॅापीराइट, आदि घटनाऐं आती हैं.
किस-किस सेक्टर में है,अवसर
साइबर सिक्योरिटी प्राफेशनल्स के लिए बड़ी-बड़ी कम्पनी अपने डीजिटल सिस्टम की सिक्योरिटी के लिए साइबर सिक्योरिटी प्राफेशनल्स के जॉब पर रखती हैं. ऐसी ही जॉब अन्य सेक्टर पर होती हैं. जैसे आइटी, गवर्नमेंट सेक्टर, बैंक,फाइनेंसस,टेलीकॉम सेक्टर, प्राईवट सेक्टर, मीडिया, सोशल मीडिया, एयरलाइंस,ई-कॉमर्स साइट,ऑनलाइन मीडिया कंपनी, आदि फील्ड में कॅरियल के लिए अच्छे अवसर हैं.
साईबर सिक्योरिटी का बढ़ रहा बाजार
वर्तमान में साईबर सिक्योरिटी फील्ड का बाजार बहुत तेजी बढ़ रहा हैं. डाटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार साईबर सिक्योरिटी से सम्बन्धित मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होने की आशंका है. संस्था के अनुसार देश की साईबर सिक्योरिटी सेवा प्रदाता कंपनियों का बाजार 2019 में 4.40 अरब डॅालर का रहा था. 2025 में यह बाजार लगभग 3 गुना बढ़कर 13.7 अरब डॅालर का हो जाएगा. नैसकॉम की रिपोर्ट के अनुसार इंडिया में वर्ष 2025 तक 10 लाख स्किल्ड साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की आवश्यकता होगी. हमारे देश में इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी प्रवधान लागू है. इसके अन्तर्गत ऑनलाइन धोका-धड़ी, डेटा चोरी, डेटा सेलिंग,हैकिंग,क्रेडिट कार्ड ,फ्राड, ब्लैकमेलिंग,कम्प्यूटर सोर्स कोड के प्रसारण, साइबर स्टॉकिंग, कापीराइटर और टेड्रमार्क बैद्धिक संपदा, आदि जैसे क्राइम लिए यह प्रावधान किया गया हैं. अपराध के विरूध कड़े प्रावधान बनाए गए हैं.
आवश्यक गाइडलाईन?
आप साईबर सिक्योरिटी फील्ड में कॅरियर बनाना चाहते हैं. तो यह स्भाविक सी बात है कि, आपको कम्प्यूटर,टेक्नोलॉजी की लाईन का अच्छा ज्ञान होना चाहिए आपकों कम्प्यूटर फील्ड में ग्रेजुऐशन और पोस्ट ग्रेजुऐशन करना चाहिए. न्यू टेक्नोलॉजी से लगातार कनेक्ट रहना चाहिए तथा आपकों अच्छी अंग्रेजी भी आनी चाहिए. साइबर सिक्योरिटी फील्ड में लैटरल हायरिंग के लिए ऐसे प्रोफेशनल्स चाहिए, जिन्होंने सी,सी + + विंडोज कर्नल, मालवेयर एनालिसिस,ऑटोमेशन और डेटा साइंस मे काम किया है. माशीन लर्निग, बिग डेटा,आइओटी,क्लाउड कम्प्यूटिग, ब्लॉकचेन जैसी स्किल्स की भी मांग है.
कैसे कॅरियर बनाएं?
साईबर सिक्योरिटी फील्ड में कॅरियर के लिए 12वी पीसीएम ग्रुप (फ्रिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ)से पास करनी चाहिए. इसके बाद कम्प्यूटर साइंस या आइटी में बीटेक या बीई करे, इसके बाद इंजीनियरिंग,आइटी,सायबर सिक्योरिटी, कम्प्यूटर साइंस,कम्प्यूटर इंजीनियरिंग,नेटवर्क इंफॅार्मेशन सिक्योरिटी या कम्प्यूटर फारेसिंक में पोस्ट ग्रेजुऐशन कर सकते हैं.
1साईबर सिक्योरिटी क्या हैं?
इंटरनेट पर होने वाली धोका-धड़ी,हैंकिग,ब्लैकमेलिंग आदि जैसे क्राइम को रोकने के लिए साईबर सिक्योरिटी इंफ्लूएंसर की आवश्यकता होती है. यह इंफलूएंसर या प्रोफेशनल्स के जरिए ही इंटरनेट क्राइम को रोखा जाता हैं. इसी प्रोफेशन को साईबर सिक्योरिटी कहा जाता हैं.