What is the constitution/विधान क्‍या हैंं ?

What is the constitution संविधान क्‍या हैंं ?

नमस्‍कार दोस्‍तों इस ब्‍लॉग में हम जानेगे की आखि़र यह संवधिान क्‍या है ? बड़े-बड़े राजनीतिक दल संविधान के नाम पर अपनी-अपनी सियासी रोटिया सेखते है.
सामान्‍य रूप में सविंधान शब्‍द के कई अर्थ हैं,जैसे शरीर की रचना, श्रमिक संघ का विधान, किसी दल का विधान आदि),परन्‍तु संविधान के वास्तिविक अर्थ राज्‍य के संचालन की नियामावली से हैं. जिसे हम संविधान के नाम से जानते हैं.ऐसे अर्थ में, प्रत्‍येक राज्‍य (देश) का अपना संविधान होता है और इसीलिए उसे संविधानिक राष्‍ट्र या राज्‍य कहते है. संविधान लोकतंत्र व्‍यवस्‍था का पर्याय बन गया है, अत: ऐसा विचार की, प्रत्‍येक राज्‍य का अपना संविधान होना चाहिए तथा यह कि शासन  का गठन व संचालन संविधान के नियमों के अनुसार होना चाहिए  ताकि लोगों को 'इच्‍छा का शासन' नही अपितु 'कानून का शासन' मिले, इसे संविधानवाद कहा जाता है. यह प्रशासनिक व्‍यवस्‍था दुनिया के ज्‍यातर देशों में लागू हैं. इस दृष्ट्रि से संविधान का महत्‍व और भी बढ़ जाता हैं.

आज किसी देश को लोकतांत्रिक तब माना जाता है, जब वहाॅँँ पर संविधान हो. और ज्‍यातर देश लिखित संविधान को ज्‍यादा महत्‍व देते है. क्‍योंकि इन संविधानों में वार्णित  नियमों अनुच्‍छेदों के आधार पर ही शासन का गठन और संचालन होता है. जिससे की, वहॉं की जनता को संविधान के दुरूपयोगों के बारे तुरंत जानकारी मिलती है, क्‍योंकि संविधान लिखित है. यहा हम लिखित संविधान की विशेषताऍं नही बता रहें, हम केवल वर्तमान राज्‍य प्रशासन व्‍यवस्‍था का चलन बता रहे है, की देशों को क्‍या पंसद है.